प्रिय बंधुओं,
दिनाँक 14 अप्रैल, बाबासाहब डाॅ भीमराव अंबेड़कर की 129वीं जन्म जयंती थी, यह दिन उनके प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने का दिन था। उनका सपना था कि देश के हर नागरिक को उसके अधिकार मिले व उसका सम्मान हो। विचारों की अभिव्यक्ति से ही हर व्यक्ति व समुदाय आगे बढ़ सकता है। इस पावन अवसर पर aravali e_magzine का प्रथम अंक प्रकाशित किया गया।
“जब तक शेर लिखना नहीं सीखता, सभी कहानियाँ शिकारी के दृष्टिकोण से लिखी जाएंगी।”
इसलिए यह सर्वोपरि है कि हम अपने रोज़मर्रा की आपाधापी से निकल कर, अपने को लिखित माध्यम में व्यक्त करने का प्रयत्न करें।
जिन समुदायों ने सचेत रूप से अपने ज्ञान को काग़ज़ पर उतरा है , उन्होने अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए एक उत्कृत भविष्य की नींव डाली है । ऐसा होने से अगली पीढ़ी उस ज्ञान का बेहतर उपयोग करने में सक्षम हो जाती है।
#अरावलीईपत्रिका , अच्छे लोगों को जोड़ने और उन्हें खुद को अभिव्यक्त करने एवम् अपने विचारों और प्रतिभाओं को प्रदर्शित करने के लिए एक अनोखा मंच देने का प्रयास है।
आइए, हम सब मिलकर इस मैग्ज़ीन को पढ़ें और अपनी कल्पना और सोच को व्यक्त करने की झिझक को हमेशा के लिए समाप्त कर दे। प्रति की लिंक –
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इस प्रति के विषय में आप अपने फीडबॅक हमें editor.aravali@gmail.com पर भेज सकते हैं-
मेजर पी एल देवांद
मुख्य संपादक
अरावली ई_पत्रिका
अरावली विचार मंच
2 Comments
कैसे लिखा है? वह बहुत अंतर करता है – Welcome to Aravali Vichar Manch · May 1, 2020 at 10:28 am
[…] Download e-magazine अरावली’ AVM की ई_पत्रिका-‘Empowering Tribal Societies’ […]
E-Magazine ‘ARAVALI’ edition 2: Call for articles – Welcome to Aravali Vichar Manch · May 8, 2020 at 11:00 am
[…] first issue received an overwhelming response thanks to all the members. While the first issue was about […]